Posts

Showing posts from June, 2012

Raat

Image
एक वह रात थी और एक यह रात है … किसी के सोच मी डूबे दोनो हि जगी है पर कभी आंधी सुहानी सी लगी थी , आज चांदनी भी अंजान है एक वह रात थी और एक यह रात है मुस्कुराये अंधेरे मे तब भी और अब भी पर बहाने क्या हूए कभी तनहाई में खयालो की  भीड थी, आज किसी के साथ में भी तनहाई सी है एक वह रात थी  और एक यह रात है इस किताब के पन्ने कोरे से रे है हमेशा कभी लगा था इसलिये के कहानी कि शुरुवात बाकी थी आज इसलिये कि कहानी अधुरी सी है एक वह रात थी  और एक यह रात है... pic crtsy : google P.S. I hve always wanted to write in hindi for the love of that language. But this just happened... no deliberate attempts :) Kiran Ma'm will be so proud ! heheh